शिवपुरी जिले के सिरसौद थाना क्षेत्र के भावखेड़ी गांव में सड़क किनारे शौच कर रहे हो बच्चों की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले में हत्या के दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर नाबालिगों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए शिवपुरी भेज दिया हे। पुलिस का कहना है कि दोनों नाबालिग रिश्ते में एक दूसरे के बुआ और भतीजे हैं।
घटना बुधवार सुबह की है। बच्चे बाल्मीकि समाज के हैं। मृतक रोशनी 12 साल और अविनाश की उम्र 10 साल बताई जा रही है। गांव में तनाव के बाग बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। बच्चों की हत्या के आरोपी हाकिम यादव पुलिस को बताया कि उसे रात में सपना आया था, जिसमें भगवान ने कहा कि राक्षसों का संहार करना है, तो मैंने कर दिया। इस हत्याकांड में इसके साथ रामेश्वर यादव नाम का शख्स भी शामिल था।
मृतक अविनाश के पिता और रोशनी के भाई मनोज बाल्मीकि ने बताया कि आरोपी उससे और उसके परिवार से रंजिश रखता था। आज सुबह घर में शौचालय नहीं होने के चलते बच्चे शौच के लिए गए तो हाकिम और रामेश्वर यादव ने उन्हें लाठियों से पीटना शुरू कर दिया। दोनों बच्चों पर जब तक लाठियां बरसाते रहे जबतक दोनों की मौत नहीं हो गई।
मनोज ने कहा कि वे पांच भाई हैं, मां की मौत के बाद बहन रोशनी को उसने पांच साल की उम्र से बेटी की तरह पाला था। रिश्ते में तो अविनाश औऱ रोशनी बुआ-भतीजे थे लेकिन रहते भाई-बहन की तरह थे। आज सुबह वे उठकर शौच के लिए गए. तभी आरोपियों ने उनकी हत्या कर दी। मनोज ने बताया कि वो आज पांच भाईयों के साथ झोपड़ी में रहता है। आरोपियों के परिवार का ही एक सदस्य सरपंच है। उसे मिलने वाली हर सरकारी सुविधा से सरपंच ने वंचित कर रखा है। यहां तक की घर में फ्री में बनना वाला शौचालय भी सरपंच ने नहीं बनने दिया। जब घर में शौचालय नहीं होगा तो हम और बच्चे खुले में शौच करने जाएंगे ही। मनोज ने कहा कि उसके पूरे परिवार को गांव के लोग जाति सूचक शब्द से बुलाते हैं। हैंडपंप पर भी पानी भरने जब मिलता है जब ऊंची जाति के लोग पानी भर लेते हैं। घंटों हैंडपंप पर पानी के लिए इंतजार करना पड़ता है।