हिमाचल के 10 जिलों में शुक्रवार और शनिवार को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू व चंबा के कई क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। दो अक्तूबर तक प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है। गुरुवार को जिला कांगड़ा के कई क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई। पालमपुर, धर्मशाला, कंडवाल, नूरपुर में बादल बरसे। धर्मशाला में 24 और कांगड़ा में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। खेतों में पक रही धान की फसल पर बारिश का विपरीत असर पड़ने के आसार हैं। राजधानी शिमला में दिन भर बादल छाए रहे। सुबह के समय शहर में बारिश हुई।
प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी मौसम मिलाजुला बना रहा। उधर, नाहन में बुधवार रात हुई भारी बारिश से कई सड़कों पर मलबा आ गया। गुरुवार सुबह स्कूली बच्चों और कामकाजी लोगों को घरों से बाहर निकल कर भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सतौन-रेणुका सड़क अवरुद्ध होने से पांच पंचायतों के ग्रामीणों का जनजीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त हो गया। प्रशासन कई जगह जेसीबी से सड़कों को बहाल करने में जुटा रहा।
प्रदेश के अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की कमी दर्ज हुई। ऊना में अधिकतम तापमान 33.6, भुंतर में 31.5, सुंदरनगर में 29.2, चंबा में 29.0, बिलासपुर में 28.5, हमीरपुर में 28.0, कांगड़ा में 26.1, सोलन में 26.0, नाहन में 24.9, धर्मशाला में 24.2, शिमला में 20.4, केलांग में 21.7 और डलहौजी में 17.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। खराब मौसम के कारण गगल हवाई अड्डे पर वीरवार को दिल्ली से आए दोनों विमानों की लैंडिंग नहीं हो पाई। खराब मौसम में दोनों विमान आसमान में चक्कर काटते रहे, लेकिन दृश्यता कम होने के कारण लैंड नहीं कर पाए। दोनों विमान अमृतसर रवाना हो गए।
सुबह दिल्ली से एयर इंडिया और स्पाइसजेट के विमान अपने निर्धारित समय पर आए, लेकिन लैंड नहीं कर पाए। दोनों विमानों की अमृतसर में लैंडिंग के कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहां से टैक्सियों के माध्यम से उन्हें धर्मशाला पहुंचना पड़ा।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण सिविल हवाई अड्डा गगल के सहायक महाप्रबंधक राजीव मिश्रा और गगल हवाई अड्डे के हवाई यातायात प्रभारी गौरव कुमार ने बताया कि दोनों विमानों की लैंडिंग अमृतसर में करवाई गई। एयरपोर्ट निर्देशक किशोर शर्मा ने बताया कि एयरपोर्ट कि दृश्यता कम होने के कारण विमान लैंड नहीं कर सके। किशोर शर्मा ने बताया कि रनवे के आसपास ऊंचे पेड़ हैं। इनकी कटाई के लिए जिलाधीश कांगड़ा को पत्र लिखा गया है।