रिमझिम बूंदों के कारण भोपाल समेत प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में हवा ठंडी हो गई है। राजधानी में सुबह से शाम तक हुई 0.8 मिमी बारिश के कारण अधिकतम पारा सामान्य से 7 डिग्री नीचे लुढ़ककर 25.5 डिग्री पर पहुंच गया। सीजन का यह सबसे ठंडा दिन रहा। इससे पहले 4 अक्टूबर 2013 को पारा इस स्तर पर पहुंचा था। जबकि 22 साल बाद अक्टूबर के ही दूसरे पखवाड़े में इतनी ठंडक हुई है। इससे पहले 31 अक्टूबर 1997 को दिन का तापमान 25.4 डिग्री पर था। वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि मंडला में डेढ़ इंच, सिवनी व बालाघाट के मलाजखंड में एक-एक इंच बारिश हुई। इंदाैर व जबलपुर में भी दिन का पारा सामान्य से 7 डिग्री कम रहा।
48 घंटे में एेसे बदला माैसम
समय शुक्रवार रविवार
सुबह 5:30 बजे 19.8 21.8
सुबह 8:30 बजे 24.0 22.6
सुबह 11:30 बजे 29.0 24.2
दाेपहर 2:30 बजे 30.4 25.0
दाेपहर 3:30 बजे 31.1 25.5
शाम 5:30 बजे 27.6 22.2
(पारे की चाल, तापमान डिग्री में)
धनतेरस से बढ़ेगी ठंड, दिवाली पर ठिठुराएगी रात, सामान्य से 50 तक गिर सकता है न्यूनतम पारा, यह ट्रेंड नवंबर के पहले हफ्ते तक रहेगा अरब सागर में लाे प्रेशर एरिया बना हुअा है। इसके बनने के कारण भोपाल समेत मप्र के कई क्षेत्रों में नमी अा रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना है। इसलिए यूपी से लेकर भाेपाल तक बादल छाए हैं।
लाे प्रेशर एरिया से विदर्भ तक ट्रफ लाइन बनी है। इसीलिए हाेशंगाबाद, जबलपुर, इंदाैर संभाग के कुछ हिस्साें, बालाघाट, मंडला में बारिश हुई।
भाेपाल में जमीन से 10 किमी ऊपर 70 किमी घंटे की गति से हवा चल रही है और 4-5 किमी ऊंचाई पर बादल बने हैं। ये बारिश करा रहे हैं।
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा के मुताबिक रविवार काे दिन और रात के तापमान में 5 डिग्री का अंतर रहा। शनिवार काे भी यह अंतर सिर्फ 4.2 डिग्री था। इससे पहले शुक्रवार को भी दोनों तापमानों में 8 डिग्री का अंतर था। ऐसे में अब बादल छंटते ही ठंड बढ़ेगी और दीपावली पर रात का तापमान 21.6 डिग्री से घटकर 16 से 18 डिग्री के बीच रहने से ठिठुरन बढ़ने की संभावना है। दस साल पहले 5 अक्टूबर 2009 को अक्टूबर इससे भी ज्यादा ठंडा रहा था। तब बारिश के कारण दिन का तापमान 24.1 डिग्री दर्ज किया गया था।