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रायसेन के जिस गांव में 10 संक्रमित मिले वहां सर्वे टीम को घुसने नहीं दिया….

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भोपाल. लॉकडाउन फेज-2 का आज आठवां दिन है। प्रदेश में अब तक कुल 1552 संक्रमित हैं। इंदौर में 915 और भोपाल में 284 मरीज मिले। प्रदेश में 80 लोगों की मौत हो गई है, इसमें सबसे ज्यादा 52 इंदौर से हैं। लॉकडाउन में ढील के चलते जनजीवन सामान्य होने लगा है। वहीं, रायसेन के जिस मुस्लिम बाहुल्य अल्ली गांव में 10 जमातियों में कोरोना की पुष्टि हुई, वहां सैंपल लेने और सर्वे करने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में घुसने नहीं दिया गया। टीम को सूचना मिल चुकी थी

कि अगर वे गांव में गए तो उन पर हमला हो सकता है। टीम खेत में करीब ढाई घंटे बैठने के बाद वापस आ गई।
राजस्थान के कोटा में फंसे प्रदेश के 3191 छात्र-छात्राएं आज भोपाल आना शुरू हो जाएंगे। पहली बस सिंगरोली जिले के छात्रों को लेकर कोटा से रवाना हो गई है। इसके दोपहर तक शिवपुरी बॉर्डर पर पहुंचने की संभावना है। शिवपुरी के अफसर मेडिकल टीम के साथ सीमा पर पहुंचेंगे। बसों को जिलों की दूरी के हिसाब से रवाना किया जा रहा है, ताकि दूर के जिले वाले छात्र-छात्राओं को परेशान नहीं होना पड़े।

बसों पर निगरानी रखने और रास्ते में कोई समस्या न हो, इसके लिए भोपाल में स्टेट लेवल का कंट्रोल रूम बनाया गया है। 6 कर्मचारी इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसका हेल्पलाइन नंबर 0755-2597279 और 0755-2527340 है। इसके अलावा टोल-फ्री नंबर 1099 पर भी जानकारी ली जा सकती है। यहां से अन्य जिलों के नंबर भी ले सकते हैं।

20 अप्रैल से लॉकडाउन में मिली ढील की तस्वीर साफ हो गई है। कलेक्टरों ने अलग-अलग समय में दुकान खोलने और बंद करने के निर्देश दिए हैं। नए नियमों का सख्ती से पालन कराने के आदेश भी दिए गए हैं। दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि जिस दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होगा, उस पर जुर्माना किया जाएगा। प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर मालनपुर और मंडीदीप की दवा कंपनियों में काम शुरू हो गया है। अन्य फैक्ट्रियों में भी धीरे-धीरे अगले हफ्ते की शुरुआत तक काम शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। जिन फैक्ट्री में ज्यादा मजदूर हैं, वे शुरू नहीं हो पाएंगी।

लॉकडाउन के दौरान सरकारी दफ्तर खोलने को लेकर सरकार ने फिर आदेश बदल दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि इंदौर, भोपाल, उज्जैन, धार और खरगोन में 15 अप्रैल तक की स्थिति ही बरकरार रखने को कहा गया है। यानी 3 मई तक कोई सरकारी दफ्तर नहीं खुलेगा। ऐसे जिले जहां पिछले 14 दिन में कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है, वहां 33% स्टाफ के साथ कामकाज शुरू किया जा सकता है। जिलों में रोज स्थितियां बदल रहीं हैं, इसलिए स्थानीय स्तर पर निर्णय लिया जाएगा।

पुलिस मुख्यालय का आदेश- जरूरी हो तो ही दफ्तर जाएं
पीएचक्यू ने नया आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया कि गैर-मैदानी अमले के पुलिस अधिकारी और कर्मचारी घर से ही काम करें। बहुत जरूरी हो तो ही दफ्तर आएं।

रायसेन के अल्ली गांव में 10 कोरोना के मरीज मिले थे। यहां ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की सर्वे टीम को मंगलवार को गांव में घुसने तक नहीं दिया। यह टीम गांव के बाहर खेत में ढाई घंटे तक बैठी रही और गांव के लोगों को सर्वे करने के लिए मनाती रही, लेकिन लोग किसी भी प्रकार के सर्वे के लिए तैयार नहीं हुए।

ऐसी स्थिति में यह टीम बिना सर्वे के ही वापस लौट आई। ऐसा भी बताया जा रहा है कि यदि सर्वे टीम गांव में घुसती तो उस पर हमला भी हो सकता था।प्रदेश में कुल संक्रमित 1552: इंदौर में 915, भोपाल में 284, खरगोन में 41, धार में 41, खंडवा में 32, उज्जैन में 33, होशंगाबाद में 25, बड़वानी और रायसेन में 24-24, जबलपुर में 26, देवास में 20, मुरैना में 16, विदिशा में 13, रतलाम में 9, मंदसौर में 8, आगर-मालवा में 11, ग्वालियर में 3, शाजापुर में 6, श्योपुर और छिंदवाड़ा 4-4, अलीराजपुर में 3, शिवपुरी और सागर में 2-2, बैतूल, टीकमगढ़, राजगढ़, डिंडोरी में एक-एक संक्रमित मिला। एक अन्य राज्य का संक्रमित है।

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