भोपाल. राजधानी में मंगलवार को 29 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। खास बात ये है कि इनमें से अधिकतर को नहीं पता कि वे संक्रमण की चपेट में कैसे आए। हां, इतना जरूर है कि ज्यादातर मामलों में लोग या तो अपने घरों से बाहर जाते रहे या फिर सोशल डिस्टेंसिंग मेें कहीं न कहीं चूक हो गई। मंगलवार को कोरोना पॉजििटव पाए गए लोगों में से नौ की कहानियां तो इसी लापरवाही को बयां कर रही हैं।
1. पहली रिपोर्ट निगेटिव, लेकिन दूसरी पॉजिटिव आई
जीएमसी में संक्रमित मिली जूनियर डॉक्टर का कहना है- पीसीएम डिपार्टमेंट में मेरी ड्यूटी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की कांटैक्ट ट्रेसिंग में लगी थी। मेरी सहेली कोरोना पॉजिटिव थी। इसके बाद मुझे क्वारेंटाइन कर दिया गया। रिपोर्ट नेगेटिव आई। क्वारेंटाइन पूरा होने वाला था। दोबारा जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।
2. सिर्फ एक बार दवा लेने निकली और रिपोर्ट पॉजिटिव
जीएमसी में ही एमबीबीएस फाइनल ईयर की छात्रा की रिपोर्ट भी पाॅजिटिव आई है। वो हमीदिया परिसर में ही रूम में रहकर पढ़ाई करती थी। इस दौरान सिर्फ एक बार दवा लेने के लिए मेडिकल स्टोर तक गई थी। इसके बाद उनको कोरोना कैसे हुआ, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल पाई है।
3 मेट्राे प्रोजेक्ट में लगे थे, काम बंद है, गेट के बाहर भी नहीं गए
सीधी से नाैकरी के लिए आए एक युवक काे काेराेना पाॅजिटिव आया है। वह जनवरी से मेट्रो प्रोजेक्ट में काम कर रहा है। साकेत नगर की साइट पर 150 लेबर व कर्मचारी रहते हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सैंपल लिए थे। मंगलवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। स्थिति यह है कि कंपनी के गेट के बाहर भी नहीं गए।
4. बुखार आया था, जांच कराई तो पता चला कोरोना है
मेट्रो प्रोजेक्ट की साकेत नगर साइट पर ही सीधी जिले का ही एक और लेबर मंगलवार को संक्रमित मिला है। उसका कहना है कि लॉकडाउन के दौरान हम सब लोग एक ही बिल्डिंग में अलग-अलग रूम में रह रहे हैं। कोई भी गेट के बाहर नहीं जाता है। यहां खाने का इंतजाम कंपनी ने किया है। पिछले दिनों बुखार आया था। दवा ली तो ठीक भी हो गया था। लेकिन रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
5. 104 डिग्री बुखार था, डीजी साहब को बताया, उनके कहने पर पुलिस लाइन में सैंपलिंग हुई
बटालियन में रहने वाले पुलिसकर्मी जो कि ईओडब्ल्यू डीजी के ड्राइवर हैं। उन्होंने बताया-13 अप्रैल से बुखार और सिरदर्द हो रहा था। इस दौरान एक डॉक्टर को दिखाया। जांच कराई तो पता चला कि 104 डिग्री बुखार है। बुखार बार-बार आ रहा था। ड्यूटी के दौरान कहीं नहीं जाता था। साहब के कहने पर पुलिस लाइन में सैंपल की जांच हुई। इस दौरान मेरे और बेटे के सैंपल लिए गए जांच दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
6. सराफा कारोबारी को स्वास्थ्यकर्मी से संक्रमण की आशंका
पत्रकार काॅलाेनी निवासी 48 वर्षीय सराफा व्यापारी का कहना है- 15 अप्रैल से बुखार था। एक-दाे दिन से गले में खराश हुई ताे साेमवार काे एम्स पहुंचा। सैंपल लेकर मुझे भर्ती कर लिया गया। रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई। मैं स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी के संपर्क में था। हो सकता है उसी से संक्रमण हुआ हो।
7. जहां नौकरी करता हूं वहां का एक परिवार पॉजिटिव आया है
शबरी नगर निवासी 55 वर्षीय बुजुर्ग ने बताया- मैं अयाेध्या बायपास स्थित एक बंगले पर गार्ड हूं। मोहल्ले का एक परिवार काेराेना पाॅजिटिव है। रविवार काे टीम आई ताे हमने भी पूरे परिवार की जांच कराई। मंगलवार को पता चला रिपाेर्ट पाॅजीटिव है। चिरायु अस्पताल में भर्ती किया है। पत्नी, बेटा व बेटी घर में ही हैं।
शाहजहांनाबाद थाने के 26 वर्षीय आरक्षक ने बताया- 19 अप्रैल काे थाने के 40 लाेगाें के सैंपल हुए थे। सुबह बताया गया कि 4 की रिपाेर्ट पाॅजीटिव है, उनमें मेरा नाम भी शामिल है। ड्यूटी के दाैरान मास्क पहनता था। खाना घर पर ही खाता था। हो सकता है सब्जी या किराना लाने के दौरान संक्रमण हुआ हो।
9. पूरे समय घर पर रहते थे फिर भी हो गया संक्रमण….
शाहजहांनाबाद पुलिस लाइन में रहने वाली 20 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा ने बताया- तीन दिन पहले काॅलाेनी में मेरे और मां के सैंपल हुए और दूसरे दिन पापा और भाई की जांच हुई।
मंगलवार काे मेरी रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई और मां की निगेटिव। पापा और भाई की रिपाेर्ट अभी नहीं आई है। लाॅकडाउन के समय से ही हमारा परिवार घर से बाहर नहीं गया। भाई ही किराना और सब्जी लेने एक-दाे बार गया है।