मध्यप्रदेश के सभी जिलों में अगले चौबीस घंटों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है, जबकि राजधानी 28 को तेज पानी गिर सकता है। इस दौरान हवा करीब 24 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अब तक 699.4 मिमी होना था, लेकिन अब तक 717.8 मिमी पानी गिर चुका है। यह औसत बारिश से करीब 3% अधिक है। यह स्थिति करीब 2 महीने के इंतजार के बाद बनी है। तीन दिन पहले तक तो प्रदेश में बारिश की स्थिति औसत से भी कम थी।
राजधानी भोपाल में बीते दो दिन की बारिश में तरबतर हो चुका है। यहां पर अब औसत से 25% ज्यादा पानी गिर चुका है। 24 अगस्त तक भोपाल में 725.8 मिमी पानी गिरना चाहिए था, जबकि 908.1 बारिश हो चुकी है। यही कारण है कि अब दिन और रात के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। रात का न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि दिन में यह 28.4 डिग्री तक पहुंच पाया। अगले चौबीस घंटों में भोपाल में गरज-चमक के साथ पानी गिरने की संभावना है, जबकि 28 को भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जार किया है।
प्रदेश में बीते चौबीस घंटों में अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई। रतलाम में 112 मिमी, होशंगाबाद में 72.6 मिमी, झाबुआ में 61.2 मिमी, अलीराजपुर में 52 मिमी, उमरिया में 50 मिमी, मंडला में 33.4 मिमी, सिवनी में 29 मिमी, अनूपपुर में 28.4 और सागर में 27 मिमी, सीधी में 26.4 और जबलपुर जिले में 23 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
यहां अगर पूर्वी और पश्चिम मध्यप्रदेश की बात की जाए, तो अब भी पूर्वी मध्यप्रदेश में बारिश का आंकड़ा सामान्य तक नहीं पहुंच पाया है। यहां पर अब तक कुल 781.4 मिमी पानी गिरना था, लेकिन बारिश 748 मिमी तक ही पहुंच पाई है। यह सामान्य से 4% कम है। सबसे कम बारिश छतरपुर में 33% और टीकमगढ़ में 27% औसत से कम हुई।
इधर, पश्चिमी मध्यप्रदेश की बात की जाए तो यह औसत से ज्यादा है। अब तक 694.6 मिमी तक पानी गिर चुका है, जबकि औसत बारिश 636.1 मिमी है। यह सामान्य से करीब 9% अधिक है। यहां पर सबसे ज्यादा बारिश खंडवा में 39% और इंदौर में 37% अधिक हुई है।