कोविड-19 की वजह से जीएसटी कलेक्शन प्रभावित हुआ है। आज 41 वीं वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की बैठक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोरोना की वजह से जीएसटी कलेक्शन पर असर पड़ा। आज जीएसटी काउंसिल की मीटिंग राष्ट्रीय राजधानी में हुई।
कोरोना की वजह से प्रभावित हुआ जीएसटी कलेक्शन
जीएसटी परिषद की बैठक के बाद राजस्व सचिव ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह पर बहुत बुरा असर पड़ा है। राजस्व सचिव ने कहा कि जीएसटी संग्रह में आने वाली कमी की भरपाई भारत की संचित निधि से नहीं की जा सकती।राजस्व सचिव ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में जीएसटी संग्रह में 2.35 लाख करोड़ रुपये की कमी रही है, इसमें से केवल 97,000 करोड़ रुपये की कमी का कारण जीएसटी क्रियान्वयन है और शेष कमी का कारण महामारी है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बैठक की अध्यक्षता में हुई, जिसमें अनुराग ठाकुर, वित्त राज्य मंत्री (MoS), विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) के वित्त मंत्री और केंद्र सरकार और राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज नई दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 41 वीं जीएसटी परिषद की बैठक की अध्यक्षता की। एमओएस अनुराग ठाकुर, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वित्त मंत्री और केंद्र सरकार और राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे।
12 जून को हुई अंतिम बैठक में, जीएसटी परिषद ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) पर COVID-19 संकट के प्रभाव को कम करने के लिए इस वर्ष जुलाई 2017 से जनवरी के बीच देर से रिटर्न दाखिल करने के लिए फीस माफ करने का निर्णय लिया था।बुधवार को कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राज्यों के जीएसटी बकाया से संबंधित मुद्दों पर पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और झारखंड के कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उनके समकक्षों के साथ बैठक की और कहा कि राज्यों को जीएसटी मुआवजा देने से इनकार करना नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से विश्वासघात जैसा है।