सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से शुरू हुआ शिवसेना और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कंगना रनौत अपने ऑफिस पहुंचीं हैं। उन्होंने करीब 10 मिनट तक जायजा लिया, इसके बाद वह वापस घर लौट गईं। इससे जुड़ी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं।
कंगना रनौत के बंगले पर बीएमसी के चले हथौड़े को लेकर गुरुवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस पर फैसले को बॉम्बे हाईकोर्ट ने 22 सितंबर तक के लिए टाल दिया है। कंगना रनौत के ऑफिस के कुछ हिस्सों को अवैध बताकर बीएमसी ने उनके हिमाचल से वापस मुंबई पहुंचने से पहले ही बुधवार को गिरा दिया था।
एक दिन पहले, बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक्ट्रेस कंगना रनौत के बंगले में अवैध निर्माण को तोड़ने की प्रक्रिया पर बुधवार को रोक लगा दी। कोर्ट ने बीएमसी से यह भी पूछा था कि नगर निकाय के अधिकारी संपत्ति में तब क्यों गए, जब मालिक (कंगना) वहां मौजूद नहीं थीं।
शिवसेना ने मुखपत्र ‘सामना’ के मराठी संस्करण के पहले पेज पर बीएमसी की कार्रवाई के बारे में खबर लिखी है। इस खबर की हेडलाइन है- ‘उखाड़ दिया।’ इसमें कंगना के दफ्तर पर चले बुल्डोर के बारे में जानकारी दी गई है। वहीं, खबर में कंगना रनौत द्वारा मुंबई की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से तुलना का भी जिक्र है। ‘सामना’ की खबर में कंगना रनौत के दफ्तर पर कोर्ट की रोक के बारे में भी लिखा गया है। इसके अलावा, एनसीपी चीफ शरद पवार की पूरे मामले में टिप्पणी का भी जिक्र है।