भोपाल में लगातार उमस और गर्मी के बीच गुरुवार देर शाम जमकर बारिश हुई। करीब 10 दिन बाद राजधानी में पानी गिरा है। दो घंटे तक रुक-रुककर बारिश होती रही। इस दौरान 36 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। भोपाल के कुछ इलाकों में बारिश का पानी भर गया। जैसे अशोका गार्डन और हिनौतिया के इलाके शामिल हैं। वहीं 12 नंबर स्टॉप पर शाम को हुई तेज बारिश से सड़कों में लबालब पानी भर गया और यहां पर ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बनी।
इससे पहले बुधवार को बैरागढ़ में 25 मिमी से ज्यादा बारिश हुई थी, लेकिन भोपाल शहर में सिर्फ कुछ इलाकों में बौछारें ही गिरी थीं। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिन इसी तरह से मौसम का मिजाज बदलता रहेगा। पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब क्षेत्र बन रहा है। इससे 13 सितंबर को एक बार फिर तेज बारिश होने की उम्मीद बनी हई है।
राजधानी में गुरुवार को अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह सामान्य ये 3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इसके बाद शाम को तेज बारिश हुई। इसके कारण शाम को कुछ इलाकों में बिजली जाने की शिकायतें भी कॉल सेंटर तक पहुंची। बुधवार रात का पारा भी सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक 24.8 डिग्री सेल्सियस तक रहा। बैरागढ़ में बुधवार को 25 मिमी से ज्यादा पानी गिरा था।
मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन अमृतसर, करनाल, मेरठ, बरेली, वाराणसी, डाल्टनगंज, बांकुरा और दीघा से होते हुए पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। पूर्व-मध्य अरब सागर में कर्नाटक तट के पास समुद्र तल से 2.1 किमी की ऊंचाई तक और गंगीय पश्चिम बंगाल के ऊपर समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर है। एक ट्रफ लाइन पूर्व उत्तर प्रदेश से होकर विदर्भ तक गुजर रही है। 13 सितंबर के आसपास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब क्षेत्र विकसित होने की संभावना बनी हुई है। इसी से ट्रफ लाइन और निम्न दाब के कारण ही बारिश भोपाल में बारिश होने की संभावना है।