चीन के साथ जारी तनाव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल के बीच अहम बैठक हो रही है. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में LAC पर मौजूदा हालात को लेकर चर्चा हो रही है. बता दें कि LAC पर भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर है. मई के शुरुआती दिनों से ही लद्दाख में टकराव की स्थिति बनी हुई है, लेकिन हाल के दिनों में चीन की ओर से की गई घुसपैठ की कोशिशों के बाद तनाव और बढ़ गया है.
LAC पर तनाव को देखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के चीफ की बैठक बुलाई थी. आज शुक्रवार को हुई इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल भी मौजूद थे.
भारत और चीन तनाव को कम करने के लिए बातचीत का सहारा ले रहे हैं. चीन से कई मोर्चों पर बातचीत हो रही है. सैन्य स्तर के अलावा अभी हाल ही में दोनों देशों के रक्षा मंत्री और गुरुवार को विदेश मंत्रियों के बीच भी बैठक हुई. चीन एक ओर जहां बातचीत का दिखावा कर रहा है वहीं दूसरी ओर सैन्य जमावड़ा भी बढ़ाता जा रहा है.
मॉस्को में गुरुवार को भारत-चीन के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक पर सरकार के सूत्रों ने कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच हुई मीटिंग एक महत्वपूर्ण और पहला कदम था. जिसकी वजह से ही डिसएंगेजमेंट पर दोनों देश राजी हुए हैं. वहीं, दूसरी ओर भारतीय सेना के सूत्रों का कहना है कि भारतीय सेना और चीनी सेना ने चुशूल में ब्रिगेड-कमांडर स्तर की वार्ता की. यह बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई थी और लगभग 3 बजे समाप्त हुई.
चीन के मुद्दे पर विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को मोदी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि चीन के साथ सिर्फ एक मुद्दे पर बात हो. मार्च 2020 वाली स्थिति फिर से बहाल करने पर. प्रधानमंत्री और भारत सरकार, चीन को अपनी जमीन से बाहर फेंकने की जिम्मेदारी से पीछे हट गए हैं. इसलिए बाकी बातचीत बेकार है.