गौतम गंभीर की कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने दो बार आईपीएल का खिताब जीता था, लेकिन गंभीर के जाने के बाद टीम कहीं न कहीं लीडरशिप में कमी के करण वो प्रदर्शन नहीं कर पाई जिसके लिए वो जानी जाती थी.
कोलकाता को हालांकि इस 13वें सीजन में कोई खिताब के दावेदार मानी जाने वाली टीमों की सूची में से बाहर नहीं कर सकता. उसका एक कारण है टीम में टी-20 प्रारूप के बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ-साथ संतुलन. टीम की कप्तानी इस सीजन भी दिनेश कार्तिक करेंगे.
पिछले सीजन बतौर कप्तान कार्तिक सफल नहीं रहे थे और कुछ विवादों ने भी टीम के भीतर तूल पकड़ा था. इस बार उनका साथ देने के लिए होंगे इंग्लैंड को विश्व कप दिलाने वाले कप्तान इयोन मोर्गन. मोर्गन टीम के लीडरशिप ग्रुप को मजबूती तो देंगे ही, साथ ही वह जिस तरह के बल्लेबाज हैं उससे टीम को और ज्यादा फायदा होगा. टीम कोशिश करेगी की इस सीजन उसके प्रदर्शन में निरंतरता हो जो खिताब जीतने के लिए सबसे अहम है और इसके लिए जरूरी है कि टीम में एकजुटता और भरोसा है जिसको सुनिश्चित करना टीम प्रबंधन, सपोर्ट स्टाफ का काम है.
टीम पिछले सीजन टीम आंद्रे रसेल पर ज्यादा निर्भर थी. उन्होंने 13 मैचों में 510 रन बनाए थे वो भी निचले क्रम में आकर. रसेल को टीम का साथ नहीं मिला था. इस बार मोर्गन के आने से टीम के मध्यक्रम को मजबूती मिली है. यहां कप्तान के अलावा नीतीश राणा भी हैं जो तेजी से रन बनाने और विकेट पर टिकने की काबिलियत रखते हैं.