बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीट शेयरिंग का मुद्दा अभी तक सुलझा नहीं है। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। वहीं पार्टी के अन्य नेताओं ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को एलजेपी के प्रदेश प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
बिहार सरकार की सात निश्चय योजना को उन्होंने फेल करार दिया। बता दें कि यह नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना है और वे इसका बखान हर जगह करते हैं। सरकार का दावा है कि इस योजना के माध्यम से बिहार के गांवों में अच्छा काम हुआ है। चुनावी समर में सत्ताधारी दल इसे अपनी कामयाबी के तौर पर भी प्रस्तुत कर रहा है।
वहीं एनडीए में सहयोगी एलजेपी ने का कहना है कि सात निश्चय को लोजपा नहीं मानती है। श्रवण अग्रवाल ने कहा कि सात निश्चय पार्ट वन में भ्रष्टाचार हुआ है और पार्ट-2 को भी हम लोग नहीं मानेंगे। बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने सत्ता में वापसी पर सात निश्चय पार्ट-2 शुरू करने का ऐलान किया है। एलजेपी प्रवक्ता ने कहा कि एनडीए का कॉमन एजेंडा ही बिहार में चलेगा।
इन सबके बीच एलजेपी ने शनिवार यानी 3 अक्टूबर को पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार इस बैठक में एनडीए के साथ सीट शेयरिंग को लेकर चल रही खींचतान के बीच चिराग पासवान कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बिहार में एक बार फिर से एनडीए के नेतृत्व में सरकार बनेगी। चिराग पासवान को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उनसे (चिराग पासवान) बात करने के लिए 3-4 लोगों को अधिकृत किया है।