शारदीय नवरात्र मेले के पहले दो दिन रिकार्ड उपस्थिति के बावजूद अन्य दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या अब तक औसत से कम रही है और यही हाल मेले के छठे दिन भी देखने को मिला। पुरुषोत्तम मास की वजह से इस बार एक नवरात्र का क्षय हो गया, जिसका षष्ठी और सप्तमी का दिन वीरवार ही रहा। इसके बावजूद सप्तमी के दिन श्रद्धालुओं की भीड़ यहां न के बराबर रही। दुर्गा अष्टमी का पूजन शुक्रवार को है, लेकिन उससे पहले सिर्फ पचास हजार श्रद्धालु ही मां के दरबार मे पहुंचे हैं।
वर्ष 2013 में केदारनाथ में हुई त्रासदी के बाद चितपूर्णी में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या से भी यह उपस्थिति कम रही है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना संक्रमण का भय अनलॉक प्रक्रिया में भी भक्तों में बरकरार है। मंदिर न्यास द्वारा उपलब्ध करवाए गए आंकड़ों के मुताबिक वीरवार शाम छह बजे तक कुल 5420 श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन के लिए पंजीकरण करवाया।