उपायुक्त राघव शर्मा ने बताया कि इस वर्ष बरसात के दौरान जिला में विभिन्न विभागों को 65 करोड़ 50 लाख 45 हजार रुपये का नुकसान हुआ था। नुकसान का आकलन करने के लिए बुधवार को दिल्ली से एक टीम ऊना पहुंची। टीम की तरफ से आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत दिल्ली से इंटर मिनिस्ट्रियल केंद्रीय दल ने डीडब्ल्यूडी एसके श्रीवास्तव के नेतृत्व में जिला में कृषि, जल शक्ति विभाग, लोक निर्माण, विद्युत और स्वां नदी बाढ़ प्रबंधन परियोजना के तहत वर्ष 2020 में मानसून सीजन के दौरान भारी वर्षा और बाढ़ के कारण जिला में हुए नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान निरीक्षण टीम ने प्रभावित क्षेत्रों उठाऊ सिचाई योजना श्री विभौर साहिब, स्वां नदी बाढ़ प्रबंधन के तहत लाल सिगी, हंडोला से जगतखाना सड़क सहित विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
राघव शर्मा ने बताया कि बरसात के दौरान जिले में विभिन्न विभागों के तहत 65 करोड़ 50 लाख 45 हजार रूपये का नुकसान हुआ था। लोक निर्माण विभाग के तहत सड़कों का 15 करोड़ 24 लाख, जल शक्ति विभाग के तहत स्थापित विभिन्न पेयजल व सिचाई परियोजनाओं का 12 करोड़, स्वां नदी बाढ़ प्रबंधन के तहत 35 करोड़ 60 लाख, विद्युत लाइनों व खंभों आदि को 56 लाख 45 हजार, कृषि के तहत खड़ी मक्की व धान फसल का एक करोड़ 83 लाख तथा शिक्षा विभाग के तहत 6 लाख 85 हजार रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि बरसात के दौरान जिला में स्थापित चार शहरी व 173 ग्रामीण पेयजल परियोजनाएं, 97 सिचाई परियोजनाएं और 6 मलनिकासी परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं।इस अवसर पर डीडब्ल्यूडी गुरुग्राम एसके श्रीवास्तव, अतिरिक्त निदेशक व्यय विभाग महेश कुमार, शिमला से क्षेत्रीय अधिकारी सड़क, यातायात एंड मार्ग वरुण अग्रवाल, एडीसी डा. अमित शर्मा, एसडीएम डा. सुरेश जसवाल, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण व एसके शर्मा जल शक्ति विभाग व जिला राजस्व अधिकारी जोगिन्द्र पटियाल उपस्थित रहे।