ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की फिटनेस समस्याएं बढती ही जा रही हैं और सिडनी में ड्रॉ रहे तीसरे टेस्ट के नायक हनुमा विहारी हैमस्ट्रिंग चोट के कारण ब्रिसबेन में चौथा टेस्ट नहीं खेल सकेंगे। समझा जाता है कि मैच के बाद विहारी को स्कैन के लिए ले जाया गया। इसकी रिपोर्ट मंगलवार की शाम तक आने की उम्मीद है। पीटीआई के मुताबिक, बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया कि विहारी अगले मैच तक फिट नहीं हो सकेंगे जो 15 जनवरी से शुरू हो रहा है। आंध्र के इस खिलाड़ी ने 161 गेंद में 23 रन बनाकर आर अश्विन के साथ मिलकर सिडनी टेस्ट मैच बचाया।
एक सूत्र ने कहा कि स्कैन की रिपोर्ट आने के बाद ही विहारी की चोट के बारे में पता चल सकेगा लेकिन ग्रेड वन चोट होने पर भी उसे चार सप्ताह बाहर रहना होगा और उसके बाद रिहैबिलिटेशन से गुजरना होगा। सिर्फ ब्रिसबेन टेस्ट ही नहीं बल्कि इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज से भी वह बाहर रह सकते हैं। वैसे घरेलू सीरीज में भारतीय टीम एक अतिरिक्त गेंदबाज को लेकर उतरना पसंद करती है लिहाजा विहारी के प्लेइंग इलेइंग में चुने जाने की संभावना कम ही थी। उनकी जरूरत इंग्लैंड दौरे पर पड़ेगी जहां प्लेइंग इलेवन में एक अतिरिक्त बल्लेबाज की जरूरत होगी।
विहारी के विकल्प के तौर पर ऋद्धिमान साहा को विकेटकीपर के तौर पर और ऋषभ पंत को बल्लेबाज के तौर पर उतारा जा सकता है या मध्यक्रम में मयंक अग्रवाल को जगह दी जा सकती है। पंत ने भी 97 रन की पारी खेली थी। समझा जाता है कि बल्लेबाजी जारी रखने के लिए विहारी और पंत दोनों को दर्दनिवारक दवाएं दी गई थी। वहीं ब्रिसबेन में रवींद्र जडेजा की जगह शार्दुल ठाकुर ले सकते हैं। जडेजा भी चोटिल हैं।