कोरोना संकट के बीच कई राज्यों में बर्ड फ्लू की दस्तक ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि पक्षियों से इंसानों में इस बीमारी के फैलने की आशंका सीमित है। पक्षियों के गहरे संपर्क में रहने वाले लोगों को ही इस बीमारी का खतरा है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, वायरस के कई प्रकार मौजूद हैं। इनमें से एच-7एन7 सबसे घातक और एच9 एन2 हल्के असर वाला है। भारत में अभी तक दो स्ट्रेन पाए गए हैं।
मध्य प्रदेश, राजस्थान और केरल में एच5एन8 तथा बाकी राज्यों में एच5एन1 का संक्रमण पाया गया है। दोनों प्रकार घातक हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, संक्रमित मुर्गियों या पक्षियों के गहरे संपर्क में आने से ही इस बीमारी के इंसानों में आने की आशंका रहती है, लेकिन इसमें भी प्रसार बेहद सीमित पाया गया है। इसलिए सर्वाधिक एहतियात मुर्गी फार्म और पक्षियों से संबधित कार्य में जुड़े लोगों को रखने की जरूरत है।