देशभर के साथ मध्य प्रदेश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। सबसे पहले फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसमें सबसे ज्यादा रिस्क वाले और पुरानी बीमारी से पीड़ित लोग भी शामिल किए जाएंगे। हालांकि फिलहाल गर्भवती और 18 साल से कम उम्र के बच्चों को वैक्सीन नहीं दिया गया।
इसके साथ ही अगर किसी को सर्दी-जुकाम और बुखार है, तो उसे ठीक होने के 4 सप्ताह बाद टीका लगेगा। यह बात चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने शुक्रवार को टीकाकरण कार्यशाला के दौरान कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी अधिकारियों ने निश्चित समय में कोल्ड चेन को ईमानदारी से विकसित किया। पहले फेज में 4 लाख 16 हजार लोगों को टीका लगाया जाएगा। 3 लाख 31 हजार सरकारी क्षेत्र के स्वास्थ्यकर्मी है। शेष निजी क्षेत्र के हैं। वैक्सीन को लेकर नकारात्मक बातें नहीं फैलाएं। वैक्सीन के माध्यम से ही कोविड को हराया जा सकता है।
मंत्रियों और अधिकारियों को आम लोगों के साथ टीका लगेगा
स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि कई लोग सवाल पूछ रहे हैं कि मंत्रियों और अधिकारी क्या सबसे पहले टीका लगवाएंगे। मैं सभी को बताना चाहता हूं कि ऐसा नहीं है। पहले फेज में सिर्फ फ्रंट लाइन वर्कर्स और सबसे ज्यादा रिस्क वाले लोगों को लगाया जाएगा। सबसे अंत में आम लोगों के साथ ही नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों को टीका लगाया जाएगा।