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बेहतर समाज के लिए लोगों को त्वरित एवं किफायती न्याय आवश्यकः जय राम ठाकुर…..

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मुख्यमंत्री ने थुनाग में सिविल जज कोर्ट का शुभारंभ किया
एक बेहतर और जीवंत समाज बनाने के लिए यह आवश्यक है कि लोगों को उनके घर-द्वार के समीप तीव्र एवं किफायती न्याय सुनिश्चित बनाया जाए। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत थुनाग में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एल. नारायण स्वामी की उपस्थिति में सिविल जज-एवं-जेएमआईसी थुनाग न्यायालय का उद्घाटन करने के पश्चात् एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विशेष रूप से थुनाग और सराज विधानसभा के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है कि उन्हें अपने क्षेत्र में एक नागरिक न्यायालय मिला है। अभी तक क्षेत्र के लोगों को न्याय प्राप्त करने के लिए मंडी तक का सफर तय करना पड़ता था जिससे न केवल समय की बर्बादी होती थी बल्कि लोगों का काफी पैसा भी खर्च होता था। इस न्यायालय से लगभग 50 हजार लोगों को सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि थुनाग में शीघ्र न्यायिक परिसर और न्यायालय स्थापित हों ताकि न्यायिक अधिकारियों और लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकें।
जय राम ठाकुर ने कहा कि थुनाग में इस न्यायालय की स्थापना हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के सहयोग एवं सहायता से संभव हो पाई है। उन्होंने कहा कि पूर्व में राज्य मंे सामाजिक संरचना इस प्रकार थी कि लोग अपने मतभेद आपसी सहमति और परस्पर संवाद से सुलझा लेते थे लेकिन अब उन्नति और शहरीकरण के कारण यह पुरानी व्यवस्था लगभग समाप्त हो गई है और लोगों ने छोटे-छोटे मुद्दों के लिए भी न्यायालय का सहारा लेना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि देश के लोगों का न्यायिक व्यवस्था पर गहरा विश्वास है और न्यायालयांे ने लोगों के इस विश्वास को सही साबित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने इस माह की 25 तारीख को अपने पूर्ण राज्यत्व के 50 वर्ष पूर्ण किए हैं और अब तक की इस शानदार यात्रा के दौरान प्रदेश ने विभिन्न क्षेत्रों में अनेक आयाम हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को प्रदेश की इस यादगार यात्रा के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए और इस उद्देश्य से राज्य सरकार ने स्वर्ण जयन्ती वर्ष को शानदार तरीके से मनाने की योजना बनाई है।
जय राम ठाकुर ने पंचायती राज संस्थानों और शहरी स्थानीय निकायों के नव निर्वाचित सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि चुनाव खत्म हो गए हैं और अब लोगों को अपने संबंधित क्षेत्रों का विकास और उन्नति सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होकर कार्य करना चाहिए। कोरोना महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है और यह हमारा दायित्व है कि इस मंदी से उबरने के लिए कड़ी मेहनत से प्रयास करें। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्धारित परिणाम हासिल करने के लिए नये जोश के साथ कार्य करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने न्यायालय में अधिवक्ताओं को मूलभूत सुविधाएं सृजित करने के उद्देश्य से बार एसोसिएशन को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की।
इसके उपरांत उन्होंनेे थुनाग में उप-रोजगार कार्यालय का भी लोकार्पण किया।
प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश एल नारायण स्वामी ने कहा कि हमारे संविधान में नागरिकों को त्वरित न्याय प्रदान करने का अधिकार दिया गया है। अगर लोगों को न्याय प्राप्ति के लिए लंबी यात्रा करनी पड़े तो यह न्याय में बाधा होगी, जो संविधान में निहित मूल्यों के खिलाफ होगा। लोगों को त्वरित और किफायती लागत में न्याय सुनिश्चित करने के लिए आज मोबाइल न्यायालय, लोक अदालत और ग्राम अदालतें कार्यशील हैं। उन्होंने कहा कि थुनाग में न्यायालय की स्थापना से वांछित परिणाम हासिल करने में सुविधा होगी।
प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश्वर ठाकुर ने क्षेत्र के लोगों को सिविल जज कोर्ट मिलने पर बधाई दी। उन्होंने लोगों से अपनी समृद्ध संस्कृति और परम्पराओं का निर्वहन करने और इन पर गर्व करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह एक दूसरे के साथ सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि यह न्यायालय क्षेत्र के युवाओं को कानून सम्बन्धी व्यवसाय को अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश आर.के. शर्मा ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री, मुख्य न्यायाधीश और अन्य गणमान्यों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों के लिए यह गौरव की बात है कि मुख्यमंत्री और मुख्य न्यायाधीश सिविल जज कोर्ट, थुनाग का लोकार्पण करने के लिए आए। यह न्यायालय क्षेत्र की लगभग 35 पंचायतों के लोेगों को त्वरित न्याय प्रदान करने में सहायक सिद्व होगा।
उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
 मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी और राज्य रेडक्राॅस सोसायटी की अध्यक्षा डाॅ. साधना ठाकुर, न्यायमूर्ति एल. नारायण स्वामी की धर्मपत्नी वेनेजा के. स्वामी, महाधिवक्ता अशोक शर्मा, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल वरिन्द्र सिंह, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश अपर्णा शर्मा, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश सुन्दरनगर हंस राज, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश हरीश शर्मा, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री, स्थानीय भाजपा नेता भागीरथ शर्मा, गुलजारी लाल, नोख सिंह ठाकुर, गुलाब सिंह, खेमदेसी, रजनी ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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