कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन की आड़ में कथित रूप से देश में अस्थिरता फैलाने की साजिश के आरोपों पर दिल्ली पुलिस की ओर से दर्ज किए गए ‘टूलकिट केस’ में मंगलवार को अहम पूछताछ चल रही है. आज फिर साइबर सेल में मामले में आरोपी एक्टिविस्ट्स निकिता जैकब और शांतनु मुलुक से पुलिस रिमांड में चल रही आरोपी दिशा रवि के आमने-सामने बिठाकर पूछताछ चल रही है. शांतनु मलिक ने पटियाला हाउस कोर्ट में जमानत अर्जी दायर की है. संभावना है कि इस पर बुधवार को सुनवाई हो सकती है.
22 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को 13 फरवरी को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था. मामले में दिल्ली पुलिस ने लॉयर एक्टिविस्ट निकिता जैकब और शांतनु मुलुक को भी गैर-जमानती अरेस्ट वारंट जारी किया था, लेकिन दोनों को कोर्ट से गिरफ्तारी से अंतरिम ट्रांजिट जमानत मिली हुई है.
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को पटियाला हाउस कोर्ट में दिशा रवि की फिर से पांच दिनों की पुलिस कस्टडी मांगी थी. दिशा की कस्टडी कल खत्म हो रही थी. लेकिन पुलिस ने कहा कि निकिता और शांतनु को मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया है और चूंकि दिशा ने सारे आरोप उन दोनों के सिर डाले हैं, ऐसे में उन तीनों से आमने-सामने से पूछताछ करने की जरूरत है. कोर्ट ने पुलिस को दिशा की एक दिन की कस्टडी दी थी. आज सुबह निकिता और शांतनु साढ़े 10 बजे पूछताछ के लिए साइबर सेल के दफ्तर पहुंच गए थे.
दिल्ली पुलिस का कहना है कि किसान आंदोलन का समर्थन लेते हुए जो टूलकिट जारी किया था, उसमें ऐसे कई हाइपरलिंक हैं, जो किसी दूसरे पेज पर ले जा रहे हैं और इनमें भारत के खिलाफ साजिश के संकेत देते हैं. इस टूलकिट का संबंध एक खालिस्तानी संगठन से बताया जा रहा है. दिशा, निकिता और शांतनु पर इस टूलकिट को एडिट करने और सर्कुलेट करने का आरोप है.