अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त महासचिव (प्रदेश प्रभारी) दीपक बावरिया ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर पार्टी के वरिष्ठतम नेता, पदाधिकारियों, जिला/शहर कांग्रेस अध्यक्षों, नवनियुक्त प्रदेश प्रतिनिधियों एवं प्रदेश प्रवक्ताओं से प्रदेश की राजनीति का फीडबैक लिया। गहमागहमी और उत्साहित कांग्रेसजनों के साथ दिन भर विभिन्न बैठकों का दौर जारी रहा, जिसमें सार्वसम्मति से तीन प्रस्तान भी पारित किये गये।बैठक में अभा कांग्रेस के सचिवद्वय (प्रदेश प्रभारी) संजय कपूर, जुबेर खान, प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रधिकरण के अतिरिक्त प्रदेश निर्वाचन अधिकारी प्रदीप टम्टा और राजेश मिश्रा तथा सहायक चुनाव निर्वाचन अधिकारी जितेन्द्र कंसाना, केसर अहमद, राजकुमार कटारिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव एवं मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह भी उपस्थित रहे। बैठक में अतिरिक्त प्रदेश निर्वाचन अधिकारी प्रदीप टम्टा, राजेश मिश्रा की उपस्थिति में पार्टी ने संगठनात्मक चुनाव को लेकर मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, विधानसभा में उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह तथा प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी महामंत्री चंद्रिका प्रसाद द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें कहा गया कि संगठनात्मक एकजुटता और समर्पित संघर्ष के लिए अपने दायित्वों की भूमिका के निर्वहन हेतु पार्टी पूरी जबावदारी के साथ एकमत है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री महेश जोशी, अखंड प्रताप सिंह, के.पी.सिंह तथा कविन्द रघुवंशी ने पार्टी की ओर से समर्थन किया।
शताब्दी समारोह के अंत तक 30 दिन का कार्यक्रम
दीपक बावरिया ने प्रदेश से आए विभिन्न पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी में समन्वय के साथ काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया जायेगा, पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा ने जो जिम्मेदारी दी है, उसके निर्वहन के लिए आप सभी के सहयोग की अपेक्षा करता हूं। उन्होंने कहा कि निचले स्तर तक कार्यकर्ताओं को जोड़ने के लिए मंडलम का गठन किया जाये, जो नेता खराब छवि वाले हों उसे तव्वजों न दें, समझौता न करें। चुनाव नजदीक हैं, आंदोलनात्मक कार्यक्रम करें, इंदिराजी की शताब्दी वर्ष समारोह के अंत तक पूरे 30 दिन के कार्यक्रम बनाकर जनता में जायें। आलोचना करने से बचे।